Buy books of Dr BR Ambedkar, on Buddhism, Dalit, Adiwasi and Bahujan Topics

Powered by Blomming for nikhilsablania

Buy Books of Dr BR Ambedkar, on Buddhism, Dalit, Adiwasi and Bhujan Topics

Powered by Blomming for nikhilsablania

Tuesday, November 8, 2011

स्पर्श लोगों के अभद्र व्यवहार के कारण और उनकी सदा ही सेवा करते रहने के कारण और निरंतर आपके साथ घृणा का आचरण करने के कारण आप में प्रतिशोध की भावना नष्ट हो गई है. आपके चारो और निराशा ही निराशा का वातावरण है. अगर आपको इस निराशापूर्ण जीवन से ऊपर उठाना है तो यह धर्मपरिवर्तन (बौद्ध धम्म के अपनाने) से ही होगा. - डॉ बी आर अम्बेडकर (३० मई १९३९ बम्बई)

No comments:

Post a Comment

Popular Posts

Blog Archive